सीखने के लिए मैंने हर जख्म सींचे हैं, पढ़ना है दर्द मेरा तो सब लिंक नीचे हैं

शुक्रवार, अप्रैल 03, 2009

पैंट की बटन और डेढ़ करोड़

कमाल है यार आदमी पूरी जिन्दगी बिता देता है और डेड करोड़ नहीं कमा पाता और कुछ ऐसे होते हैं की मात्र अपनी पैंट की बटन खुलवाने से ही 1.5 करोड़ लेते हैं। अगर कोई मुझसे ही कह की हज़ार रूपये में पूरी पैंट उतार तो मैं तो तनिक भी देर न लगाऊं। आज देश में कौन है जो नंगा नहीं है। कोई ईमान से नंगा है तो काम से नंगा । और सबसे बड़ी बात है की 24 करोड़ लोग तो आज भी बिना कपड़ो के जी रहे हैं यानी की नंगे हैं, तो ऐसे में मेरी पैंट उतर जाने से कौन सा पहाड़ टूट पड़ेगा।
कमाल की बात हैं किसी को पैंट पहनने के पैसे मिलते हैं तो किसी को पैंट उतारने के पैसे मिलते हैं।
मैंने भी अपने रिज्यूमे तैयार कर लिया है और उसमे साफ़ -साफ़ डार्क अक्षरों में लिख दिया है - "पैंट उतारने में माहिर "........
पैंट खोलने वाली की भी तैयारी चल रही है......
देखते हैं इसी जॉब में ही करियर बन जाए...........

1 टिप्पणी:

Ganesh Kumar Mishra ने कहा…

aajkal to joote marne par bhi inaam mil raha hai, yahan to usne kisi branded company ki paint khulwayi hai...corporate poori tarah haavi hai....brijendra bhai bahut acche...