सीखने के लिए मैंने हर जख्म सींचे हैं, पढ़ना है दर्द मेरा तो सब लिंक नीचे हैं

बुधवार, अक्तूबर 24, 2012

एक और

जज्बात-ए-गम ने मुझे ऐसा डुबो दिया,
हर अश्क तेरा समंदर लगा मुझे.....

.....

मैं भूल बैठा हूँ पहले से क्यों याद दिलाता है,

और याद दिला के उसकी क्यों और सताता है......