सीखने के लिए मैंने हर जख्म सींचे हैं, पढ़ना है दर्द मेरा तो सब लिंक नीचे हैं

मंगलवार, मार्च 31, 2009

आतंकवाद के खिलाफ केट्वाक

कुछ सुनने मैं आया ........
सुनने में आया की नवम्बर में मुंबई पर हुए आतंकी हमले की खिलाफ शनिवार की रात लक्मे इंडिया फैशन वीक के दौरान 'माय मुंबई शो' आयोजित किया गया।
कमाल है की पहली बार सुना कि किसी आतंकी हमले के खिलाफ प्रदर्शन केट्वाक करके भी होता है।
जब भारत पर सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ था तो देश को बहुत दुःख हुआ था और शर्मिंदगी भी झेली थी......
वो तो अच्छा हुआ की आतंकियों ने 200 -500 लोगों को नहीं मारा नहीं तो फैशन वीक में इसके खिलाफ कपडे उतार कर केट्वाक किया जाता और भारत की दो तरफ़ से नाक कट जाती एक आतंकी हमले से कटी और एक शनिवार की रात कट जाती जहाँ नारी को इतना महत्व दिया जाता है, वही नारी यूं घूमती (केट्वाक करती ) नजर आतीं।

जब केट्वाक किया जा रहा था तो ये समझ नहीं आ रहा था की लोगों के चहरे पर मुस्कान किस बात की है???

जबकि आतंक का विरोध किया जा रहा हो...
खेर शायद मेरी बुद्धि इतनी योग्य नही की इस बात को समझ सके
लेकिन आपको समझ आ जाए तो कमेन्ट जरूर कीजियेगा........

1 टिप्पणी:

Ganesh Kumar Mishra ने कहा…

ye nanga naach sirf saheedon ko sahanubhooti dene ka dhakosala hai...fashion show ke jariye bhi companiyon ne lakhon ke ware nyare kiye. isse unke 2 kaam ho gaye...sahanubhooti ki sahanubhooti aur kamai ki kamai...