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मंगलवार, जुलाई 08, 2014

डाटा ऑपरेटरों को बर्खास्त किया जाए.

प्रशिक्षु शिक्षक चयन 2011- 72825 भर्त्ती में 4 जुलाई 2014 को मेरिट लिस्ट जारी की जिसमें 1 लाख से ज्यादा छात्रों के विवरण गलत अपलोड कर दिए गये. 

लगभग हर जिले में हज़ारों में फॉर्म आये हैं कहीं कहीं तो लाखों में फॉर्म पहुचे हैं. इन फॉर्म की कंप्यूटर पर एंट्री ऑपरेटरों ने गलत भर दी.

जब जानकारी वेबसाइट पर अपलोड हुयी तो हज़ारों अभ्यर्थी अपने फॉर्म का विवरण देख हेरान हो गये. किसी की जन्मतिथि गलत तो किसी के पिता का नाम गलत, किसी के यूपी टेट परीक्षा के अंक गलत. और तो और हज़ारों अभ्यर्थियों के तो नाम ही नहीं मिल रहे जिससे यह लगता है कि उनका तो नाम ही गलत फीड किया होगा जिससे उनका नाम ही नहीं दिखा रहा.

सरकारी नौकरी से बर्खास्त किया जाए 
ऐसे डाटा एंट्री करने वाले ऑपरेटरों को निष्कासित यानी नौकरी से बर्खास्त करना बेहद जरूरी है, क्योंकि इन्हीं की वजह से छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसी भारी गलतियाँ करने वाले ऑपरेटरों ने लाखों की रिश्वत दी होगी और सरकारी नौकरी पा ली होगी, तभी तो ये इतनी बड़ी बड़ी गलतियाँ कर रहे हैं. 

अधिकारी क्यों चुप?
अधिकारी इन ऑपरेटरों द्वारा भारी गलतियाँ करने पर कोई कार्यवाही भी नहीं कर रहे हैं जिससे यह साफ़ होता है कि अधिकारियों ने रिश्वत लेकर इन्हें सरकारी नौकरी पर रख लिया है और अब इनसे काम तो हो नहीं रहा तो कुछ कह भी नहीं सकते क्योंकि रिश्वत तो ले ली है तो डाटने का तो हक रहा नहीं.

गलती ऑपरेटरों की और भुगत रहे अभ्यर्थी
आप इस निकृष्ट व्यवस्था का उदाहरण देखिये कि जिन्होंने गलतियां की उन्हें कुछ कहा नहीं जा रहा और जो दो साल से नौकरी के लिए अपने चप्पल घिस रहे हैं उन्हें गलतियों के सुधार के लिए कहा जा रहा है....
मतलब ये कि जिन्होंने गलती की वो मौज कर रहे हैं और जिन्होंने गलती नहीं की वे बेचारे जिला दर जिला भटक रहे हैं.

विभिन्न अध्ययनों और रिपोर्टों से पता चलता है कि जब किसी व्यक्ति को उसका समाज नाजायज तरीकों से परेसान करता है और सताता है जबकि उसने कुछ न किया हो. निर्दोषों को बेवजह सजा दे दी जाती है तो ऐसे में कुछ समाज से तंग आ कर समाज के खिलाफ हिंसक और असामाजिक कदा उठाने को मजबूर हो जाते हैं. 
यूपी टेट भर्ती 2011 में ये देखने में आया है कि बेवजह की देर की जा रही है. जब प्रशिक्षु शिक्षक चयन 2011- 72825 भर्त्ती के 2012 में दोबारा फॉर्म निकाले गये तो चालान के लिए बैंकों में हजारों में जमावड़ा लग गया, कई लोगों को धक्का मुक्की में चोटें आयीं तो कुछ ने तो व्यथित होकर आत्महत्या कर ली. अब अभ्यर्थियों के सब्र का बाँध टूट रहा है.

अब वक़्त आ गया है इन अयोग्य ऑपरेटरों के खिलाफ आवाज़ उठाने का. अयोग्य हटेंगे तभी योग्य ओपरेटर आयेंगे. एक योग्य ऑपरेटर 1 गलती करेगा, 2 करेगा, 100 करेगा पर हज़ारों में नहीं करेगा.

हम उत्तर प्रदेश सरकार से अपील करते हैं कि जिन ऑपरेटरों ने प्रशिक्षु शिक्षक चयन 2011- 72825 भर्त्ती में उपलोड अभ्यर्थियों के विवरण में भारी गलतियाँ की हैं उन्हें नौकरी से बर्खास्त किया जाए.

क्या आप सहमत हैं?


 
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