सीखने के लिए मैंने हर जख्म सींचे हैं, पढ़ना है दर्द मेरा तो सब लिंक नीचे हैं

सोमवार, जून 23, 2014

जिम्मेदारी को तो समझाना ही होगा


कदम कदम "हगाये" जा, खुशी के गीत गाये जा,

ये गन्दगी है देश की, तू देश में फैलाये जा.








कितनी अजीब बात है, जब कोई हमारी बहन को घूर कर देखता है तो हमारा खून खोल जाता है, पर शौचालय के लिए जब वो बहन जाती है और तब उसे कोई शौच करते देखे तो कोई दिक्कत नहीं होती.
दोस्तों बड़ा दुःख होता है जब सरकार द्वारा शौचालय बनाने के लिए खाते में रुपया पहुँचाया जाता है और लोग उस पैसे को चाट कर जाते हैं... और फिर रोना रोते हैं की हम गरीब कहाँ से पैसे जुटाएं.
और फिर क्या होता है, हर सुबह की तरह बैठे मिलते हैं या तो नदी नालों के अगल बगल में या पटरी पर.

ये गलत आदत है. आप सिर्फ अपना ही नुक्सान नहीं कर रहे, बल्कि गन्दी फैलाकर पर्यावरण को भी दूषित कर रहे हैं.

आप रोज रोज एक ही जगह मलत्याग करने जाओगे और वह सफाई नहीं होगी तो मल सड़ते सड़ते जहर बन जायेगा और पर्यावरण में कणों के रूप में खुलकर आपके गाँव-मुहल्लों को ही बीमार करेगा.
मैं विज्ञान का छात्र तो नहीं हूँ, पर आर्ट साइड में भी इतना तो सीखा ही है की क्या गंदगी है और क्या सफाई.


मैं इस बात को नहीं नकारता कि नेता पैसा खा जाते हैं, लेकिन जितना भी मिलता है उतना तो शौचालय की दीवार बनाई जा सकती है, एक गड्ढा तो बनाया ही जा सकता है.


ये भी सच नहीं है की लोग जागरूक नहीं हैं, अगर जागरूक नहीं होते तो शौचालय का पैसा पाने के लिए इतनी भाग दौड़, खाता खुलवाना आदि नहीं कर पाते. ये काफी जागरूक हैं. बस काम करने को राजी नहीं हैं. वोट देकर पूरी जिम्मेदारी सरकार पर सौप देना चाहते हैं.

कृपया शौचालय बनवाइए और बीमारियों को कम कीजिये, क्योंकि अमीर तो अपने घर में दरवाजा, खिड़की बंद कर लेगा, A.C में बैठेगा. उसके बीमार होने के चांस बहुत कम होते हैं. बीमारी के 99 % संभावनाएं निर्धन और गरीब, मजदूर लोगों की ही होती है. और आप लोग ही अपने आस पास गंदगी फैलाते हो.
एक कहावत है- अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना. ये लोग वही कर रहे हैं. इन्हें पता नहीं, की अपने सड़ते मल मूत्र से एक दिन वही बीमार पद जायेंगे, और जब बीमारी हवा की तरह फैलने लगेगी तो दोष सरकार पर डाल देंगे, कि सर्कार प्रशासन ने कुछ नहीं किया.
अरे पहले जो आपने "किया" है उस पर तो चर्चा करो, फिर जो सरकार ने नहीं किया उस पर चर्चा करना.

मुझे समझने की कोशिश कीजियेगा, मैं आप पर आरोप नहीं, आपकी कमी बता रहा हूँ ताकि उसका जल्द सुधार हो और आप स्वयं की बीमारी से पार पा सकें :-)

आपका छोटा भाई.

कोई टिप्पणी नहीं: