क्या आप जानते हैं मोबाइल सिम provider जो बैंक खाता या वॉलेट की सुविधा दे रहे हैं वे संस्थान क्या गजब का खेल खेल रहे हैं. समझिये.
आप अपने सिम प्रदाता द्वारा शुरू किये वॉलेट एप में कभी भी बिना किसी कागजी कार्यवाही के पैसे ऐड कर सकते हैं. मतलब अपने बैंक से एप में पैसे डाल सकते हैं, लेकिन यदि उस वॉलेट मनी का उपयोग करना चाहो तो आप नहीं कर सकते, क्योंकि सबसे पहले आपको KYC करना पड़ेगा... फिर उन्ही कागजों की फोटो कॉपी सिम प्रदाता के दिए गये ईमेल पर भेजनी होगी. इतना ही नहीं आपको उस ATM या बैंक के 3 महीने के लेन-देन की जानकारी भी देनी होगी जिस से वॉलेट में पैसे डाले हैं.
तब जाकर वॉलेट शुरू होगा.
लोग धर्म और जाति में इतना व्यस्त हैं कि चोरी बलात्कार जैसे संगीन अपराधों पर ध्यान ही नहीं देते. लोगो को यह भी पता होना चैये कि जो आपका पैसा ही उसे लेने से कोई नहीं रोक सकता. ये आपका अधिकार है. लेकिन आज कल तो मोबाइल सिम भी बैंक खाता खोलने में लगे हुए हैं. कमाल ये हैं की हर कोई बैंक खाता खुला रहा है.. बिल या रिचार्ज सुविधा देने वाली वेबसाइट, सिम कार्ड प्रदाता कंपनी, ऑनलाइन शौपिंग साईट, डाक घर और भी... आखिर ये तमाम संस्थाएं बैंक खाते क्यों खुलवा रही हैं, ये समझ से परे है.
अभी तक अमजोन, फ्लिप्कार्ट जैसी ऑनलाइन शौपिंग स्टोर सिर्फ बाज़ार तक सीमित थे लेकिन अब इनका खुद का वॉलेट सुविधा है मतलब आप इन आर बने अकाउंट में पैसे रख सकते हैं. फ़ोन सिम बेचने वाली कंपनी तो इस कदर वॉलेट और बैंक खाते के पीछे लग गयी हैं के ग्राहक को रिचार्ज विकल्पों से पहले ही वॉलेट की और बैंक खाते की जानकारी मिल जाती है.
खेर, बात बस इतनी सी है कि तमाम कंपनी अपने क्षेत्र का काम छोडकर वॉलेट या बैंक खाते के पीछे क्यों पड़ी हैं और बैंक खाता खोलने का इतना ही शौक है तो भैया सिम बेचना बंद कर दो और खाते ही खोल लो.... कम से कम कहीं तो ठीक से काम हो.
आप अपने सिम प्रदाता द्वारा शुरू किये वॉलेट एप में कभी भी बिना किसी कागजी कार्यवाही के पैसे ऐड कर सकते हैं. मतलब अपने बैंक से एप में पैसे डाल सकते हैं, लेकिन यदि उस वॉलेट मनी का उपयोग करना चाहो तो आप नहीं कर सकते, क्योंकि सबसे पहले आपको KYC करना पड़ेगा... फिर उन्ही कागजों की फोटो कॉपी सिम प्रदाता के दिए गये ईमेल पर भेजनी होगी. इतना ही नहीं आपको उस ATM या बैंक के 3 महीने के लेन-देन की जानकारी भी देनी होगी जिस से वॉलेट में पैसे डाले हैं.
तब जाकर वॉलेट शुरू होगा.
लोग धर्म और जाति में इतना व्यस्त हैं कि चोरी बलात्कार जैसे संगीन अपराधों पर ध्यान ही नहीं देते. लोगो को यह भी पता होना चैये कि जो आपका पैसा ही उसे लेने से कोई नहीं रोक सकता. ये आपका अधिकार है. लेकिन आज कल तो मोबाइल सिम भी बैंक खाता खोलने में लगे हुए हैं. कमाल ये हैं की हर कोई बैंक खाता खुला रहा है.. बिल या रिचार्ज सुविधा देने वाली वेबसाइट, सिम कार्ड प्रदाता कंपनी, ऑनलाइन शौपिंग साईट, डाक घर और भी... आखिर ये तमाम संस्थाएं बैंक खाते क्यों खुलवा रही हैं, ये समझ से परे है.
अभी तक अमजोन, फ्लिप्कार्ट जैसी ऑनलाइन शौपिंग स्टोर सिर्फ बाज़ार तक सीमित थे लेकिन अब इनका खुद का वॉलेट सुविधा है मतलब आप इन आर बने अकाउंट में पैसे रख सकते हैं. फ़ोन सिम बेचने वाली कंपनी तो इस कदर वॉलेट और बैंक खाते के पीछे लग गयी हैं के ग्राहक को रिचार्ज विकल्पों से पहले ही वॉलेट की और बैंक खाते की जानकारी मिल जाती है.
खेर, बात बस इतनी सी है कि तमाम कंपनी अपने क्षेत्र का काम छोडकर वॉलेट या बैंक खाते के पीछे क्यों पड़ी हैं और बैंक खाता खोलने का इतना ही शौक है तो भैया सिम बेचना बंद कर दो और खाते ही खोल लो.... कम से कम कहीं तो ठीक से काम हो.
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