सीखने के लिए मैंने हर जख्म सींचे हैं, पढ़ना है दर्द मेरा तो सब लिंक नीचे हैं

शुक्रवार, मई 02, 2014

मीडिया भी दोषी

30 अप्रैल 2014 को मैंने एक पोस्ट "क्या ये अयोग्य मीडिया का उदाहरण नहीं?" नाम से लिखी थी. (http://teesrakadam.blogspot.in/2014/04/blog-post_30.html)
1 MAY 2014, AMAR UJALA, LUCKNOW EDITION.
मीडिया कितना अयोग्य है, चुनाव आयोग ने भी अपनी कार्यवाही में दर्शा दिया. वोटिंग के दौरान चुनाव चिह्न का प्रचार करना गलत है. और मीडिया का सामने दिखाना और उसका लाइव टेलीकास्ट करना भी गलत.
लेकिन अयोग्य पत्रकारों की भारती के कारण ऐसी घटनाएं होती हैं.
योग्य पत्रकारों का संघठन होता तो लाइव टेलीकास्ट रोका भी जा सकता था. 
मेरी प्रतिक्रिया के बाद अगले दिन अखबार में भी यही दिखा.
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जब में नौकरी मागने जाता हूँ तो मुझे कह देते हैं- रिफरेन्स (जिसकी चाटुकारिता करते हो उसका नाम) बताओ. और मैं कह देता हूँ, ऐसा तो कोई है नहीं.
और जो लोग नौकरी कर रहे हैं, वो कितने योग्य हैं आप देख ही रहे हो.



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