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Courtesy- Internet |
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अगर आप गरीबों की प्रत्यक्ष मदद नहीं कर सकते तो सही सरकार (जो नेता मध्यवर्गीय परिवार से हैं) का चयन करके , अप्रत्यक्ष रूप से उनकी मदद कर दें...
हम कितनी आसानी से कह देते हैं कि हमारा काम तो वोट देना है और बाकी का काम सरकार का है, लेकिन हम ये भूल जाते हैं कि सबसे महत्वपूर्ण काम तो हम ही कर रहे हैं, हम जनता उस किसान के समान होते हैं जो बीज बो कर फसल उगने का इतेजार करने लगता है. बिलकुल "हम" जनता भी ऐसे ही होते हैं, वोट दिया और सब सरकार की प्रतिक्रिया पर छोड़ दें. और जब सरकार अपेक्षा पर खरी नहीं उतरती तो खुद को दोषी न ठहराकर सरकार को दोषी ठहराते हैं.
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