रचित- 25 दिसम्बर 2009
जुराब धो के टांग दी थी गेट पर
माँगा संता क्लोज़ से
ऐसे संस्थान में
नोकरी दो
जहाँ राजनीति न करता हो कोई
पेन ड्राइव भी
चोरी न होती हो
भ्रष्टाचार भी न हो कतई
मुझे मिला वो गिफ्ट
25 दिसम्बर को
लेकिन यहाँ भी राजनीति
की गई मेरे खिलाफ
और चोरी कर
ले गया कॉल लेटर
एक भ्रष्टाचारी !
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