सीखने के लिए मैंने हर जख्म सींचे हैं, पढ़ना है दर्द मेरा तो सब लिंक नीचे हैं

शुक्रवार, अक्तूबर 22, 2021

वक्त ने

वो जो रात में बातें करके अपना जताते हैं हमको, वही दिन भर पराया बताते हैं हमको।

बिना पूछे जिन्होंने सही ठहराया दिया खुद को
न चाहकर भी उन्होंने सवाली बना दिया हमको।

कैसे व्याख्या कर देते हो खुद को सिद्ध करने की
थोड़ा मेथ्डोलॉजी भी बता दिया करो हमको

तुम्हें क्या लगा, किस्मत के मोहताज हो गए हम,
अरे इसी वक्त ने तो फौलाद बना दिया हमको।

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