14 अगस्त 2017, पायनियर अख़बार
पायनियर में आप खुद देखिये पेज 4 पर भाजपा की मंत्री रीता बहुगुणा जी, गाय की सेवा में एक वाहन की शुरुआत कर रही हैं,वही अगले ही पेज 5 पर खबर है कि आवारा जानवरों (जिसमें गाय शामिल है) से राजधानी बदहाल है.
प्रश्न- सवाल ये है कि गाय माता है या जानवर??
विचार- माँ कभी भी जानवर नहीं हो सकती लेकिन हर मादा जानवर माँ हो सकती है.
दुःख- दुःख इस बात का है, कि करोडो रूपए गाय के नाम पर विभिन्न तरीके से सरकार से ले लिए जाते हैं, ताकि गाय सुरक्षित हो सके, और कुछ भी गाय पर खर्च नहीं किया जाता, और खबरें क्या आती हैं, "आवारा जानवरों" से राजधानी (लखनऊ) बेहाल है
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें